महाराष्ट्र के नागपुर में क मनोवैज्ञानिक पिछले 15 सालों से 50 से अधिक विद्यार्थियों को कथित रूप से ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण कर रहा था। वह गरीब नाबालिग बच्चियों को अपना शिकार बना रहा था।
Psychologist यानी मनोवैज्ञानिक, इसका काम होता है काउंसलिंग करना और सही दिशा दिखाना लेकिन ऐसे ही एक मनोवैज्ञानिक ने बच्चों को सही दिशा दिखाना तो छोड़िए, बल्कि कई बच्चियों का जीवन ही बर्बाद कर दिया। ये आंकड़ा एक दो नहीं है बल्कि 50 से अधिक का है इसमें कई ऐसी बच्चियां है, जिनका इस मनोवैज्ञानिक ने नाबालिग रहते हुए दुष्कर्म किया। बाद में वह उनकी शादी होने के बाद भी उनकी फोटो दिखा के ब्लैकमेल कर उनके साथ दुष्कर्म करता रहा।
ये मामला महाराष्ट्र के नागपुर का है, जहां एक मनोवैज्ञानिक पिछले 15 सालों से 50 से अधिक विद्यार्थियों को कथित रूप से ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण कर रहा था। इस मनोवैज्ञानिक की उम्र 47 वर्ष है और ये 2 बच्चियों का बाप है. ये बच्चों को आवासीय मनोवैज्ञानिक परामर्श उपलब्ध कराता था और ग्रामीण इलाके जैसे भंडारा, गोंदिया जिले से आने वाले बच्चों को सेशन देता था। इसी ‘काउंसलिंग कैंप’ के नाम पर वह बच्चों और बच्चियों को बहार लेकर जाता था और गरीब बच्चियों के साथ रेप करता था।
आरोपी के कारनामे यहीं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उसने अपने इलाके में कई महिलाओ के साथ भी छेड़छाड़ की है। इसका CCTV फुटेज भी सामने आया है और पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की है। इसकी इन्हीं हरकतों की वजह से इसे बीच सड़क कई बार पीटा भी गया है। बावजूद इसके राजेश ढोके ने अपनी हरकतें नहीं छोड़ीं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष समिति का भी गठन किया है, और पीड़ित बच्चियों और महिलाओं से आवाहन कर रही है की वो आरोपी राजेश ढोके के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करवाए, क्योंकि पुलिस का भी मानना है की आरोपी ने काउंसलिंग कैंप के नाम पर 15 साल तक कई महिलाओं और बच्चियों को अपना शिकार बनाया होगा।