Wednesday, May 21, 2025
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कौशांबी…SP ऑफिस का जांच अधिकारी बता पीड़ित से रुपये की मांग:पीड़ित महिला ने चरवा थाना पुलिस ने जमीन विवाद का पिता सहित 3 बेटो पर दर्ज कराया था केस,जालसाज ने पीड़ित से गिरफ्तारी वारंट के नाम पर मांगे रुपये

रिपोर्ट- अरविंद तिवारी

कौशांबी। चरवा थाना क्षेत्र के एक परिवार को जमीन विवाद का मुक़द्दमा दर्ज करना खासा महगा पड़ गया है। मुक़द्दमे की जानकारी हासिल कर जालसाज ने खुद को SP ऑफिस मंझनपुर का जांच अधिकारी बता कर रुपये की मांग की गई है। आरोपी जालसाज ने फोन काल के जरिये पीड़ित महिला के बेटी को आरोपियों की गिरफ्तारी करने का झासा देकर 5 हज़ार रुपये की मांग की है। पीड़ित महिला ने थाना पुलिस को जालसाज़ी का आडियो देकर कार्यवाही की मांग की है। मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे मे हड़कंप मच गया है।

चरवा के मेडुवापर मजरा फरीदपुर सलेम की रहने वाली संगीता यादव पत्नी राम निवास ने 29 अप्रैल को थाना पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया। क्राइम नंबर 90/24 की धारा 434, 447 (लोक प्राधिकारी द्वारा चिन्हित भूमि पर नियम विरुद्ध कब्जा का प्रयास) का मुक़द्दमा पीड़ित ने गाव के राम बालक पुत्र जगन्नाथ, साहिल, शैलेंद्र, मुकेश पुत्रगण रामबालक पर दर्ज कराया। तहरीर के मुताबिक पीड़ित संगीता यादव ने गाव की अराजी संख्या 455 को खरीदा। जिसका पत्थरगड़ी का मुक़द्दमा एसडीएम चायल कोर्ट मे बच्चू लाल बनाम रामहित दाखिल हुआ था। जिसे पत्थरगड़ी का आदेश होने पर पुलिस व राजस्व कर्मियों ने 22 फरवरी को नाप कर पत्थरगड़ी की। इस बात से नाराज़ होकर आरोपी राम बालक व उनके 3 बेटो ने चिन्हित पत्थर को उखाड़ कर फेक दिया।

पीड़ित संगीता यादव का मुक़द्दमा दर्ज कर थाना पुलिस मामले मे जांच की कार्यवाही आगे बढ़ा रही थी। इसी बीच पीड़ित ने थाना पुलिस को एक आडियो किल्प देकर पुलिस महकमे की नीद उड़ा दी। दरअसल, आडियो किल्प मे एक अंजान व्यक्ति खुद को SP ऑफिस का इंस्पेक्टर आलोक दुबे बता कर पीड़ित की बेटी से बात कर रहा सुनाई दे रहा है। जालसाज व्यक्ति ने पीड़ित की बेटी को भरोसे मे लेकर प्रकरण की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी। थाना पुलिस चरवा से कार्यवाही न होने के बाबत फोन करने वाले शख्स ने प्रकरण की जांच SP ऑफिस मंझनपुर से होने की बात कही। जालसाज ने जांच अधिकारी बनकर पीड़ित की बेटी से आरोपियों के अरेस्ट वारंट इशू कराने के लिए ऑनलाइन फीस 2200 की मांग की। जिसको पीड़ित ने फोन के जरिये पड़ताल कर ऑनलाइन माध्यम से रुपये ट्रांसफर कर दिये।

पीड़ित से रुपए मिलने के बाद जालसाज ने उससे अधिक रुपये लेने का प्लान तैयार कर एक अन्य शख्स को इलाके का डिप्टी एसपी बता कर बात कराई। डिप्टी एसपी बने व्यक्ति ने पीड़ित युवती से वारंट गिरफ्तारी जारी होने और उसका प्रिंट निकालने के नाम पर 3200 रुपये की मांग की। जिसमे उसने आफ़र देते हुए 3000 रुपये रिफ़ंड होने की बात कही। पीड़ित के मुताबिक रुपये भेजने के एक से डेढ़ घंटे मे SP ऑफिस की टीम द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा किया गया।

थाना प्रभारी बलराम सिंह के मुताबिक, महिला द्वारा 2 आडियो किल्प दी गई है। जिसकी जांच के लिए साइबर व फारेंसिक टीम की मदद मांगी गई है। रिपोर्ट आने के उपरांत जालसाज़ों को जल्द धरपकड़ की जाएगी।

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