धोरों की धरती राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. जयपुर- अजमेर हाईवे पर एक एलपीजी टैंकर और एक ट्रक के बीच टक्कर हो गई। इसके बाद भीषण आग लग गई. इस आग की चपेट में करीब 40 गाड़ियां आ गई। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने कहा कि कुल 12 लोगों की मौत हो गई है, 5 लोगों को मृत अवस्था में एसएमएस अस्पताल लाया गया, 5 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि जयपुरिया अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर ने कहा कि घायलों में से करीब आधे लोगों की हालत बहुत गंभीर है। वहीं, दुर्घटनास्थल पर मौजूद जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि टक्कर में एलपीजी टैंकर का आउटलेट नोजल डैमेज हो गया, जिससे गैस रिसाव हुआ और आग लग गई। अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना सुबह करीब 5.30 बजे हुई।
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि टैंकर के पीछे खड़ी गाड़ियां आग की चपेट में आ गई। साथ ही विपरीत दिशा से आ रही दूसरी गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गई और वह आपस में टकरा गई। गैस रिसाव के कारण आग तेजी से फैल गई, जिससे आस- पास के गाड़ियों में बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। घायलों को 25 से ज्यादा एंबुलेंस के जरिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। डॉ. महेश्वरी ने बताया कि 43 लोगों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से सात वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
राजस्थान सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मौतों पर दुख जताया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय लोगों ने धुएं के कारण आंखों में खुजली और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। कुछ लोगों ने बताया कि आग की लपटों से उड़ते पक्षी भी जल गए, घटनास्थल के पास में कुछ पक्षी मृत पाए गए। इस घटना में हाइवे के किनारे एक पाइप फैक्ट्री को नुकसान पहुंचा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर से आग की लपटें उठती दिख रही थीं। आसमान में घना काला धुआं छा गया था और एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दुर्घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ीं। छात्रों को लेने जा रहे एक स्कूल वैन चालक ने सड़क पर आग की लपटों में घिरे एक व्यक्ति को देखा। आग की चपेट में कई टेलर, ट्रक और कंटेनर, दो बसें, 2 पिकअप और बाइक, एक ऑटो रिक्शा और सात कारें समेत करीब 40 गाड़ियां आ गई।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक सूचना के आधार पर मानसरोवर से कुछ दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन बाद में अन्य स्टेशनों से भी और गाड़ियां भेजी गई। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की एक टीम भी घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीमों ने सैंपल कलेक्ट किए।