जर्जर धर्मशाला ध्वस्त कराने पहुंचे ट्रस्टी को धमकाकर रंगदारी मांगने के मामले में 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मुकदमा ग्वालटोली थाने में दर्ज हुआ।
ग्वालटोली में दबंगों ने ट्रस्ट की खंडहर हो चुकी संपत्ति ढहाने के एवज में रंगदारी मांगी। न देने पर आरोपियों ने तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने ग्वालटोली थाने में दस लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। झांसी के नन्दनपुरा निवासी प्रभात सक्सेना मुंशीराम महेश्वरी धर्मशाला ट्रस्ट के सचिव हैं। सक्सेना के मुताबिक ट्रस्ट के कुल 7 ट्रस्टी हैं। सूटरगंज स्थित महेश्वरी धर्मशाला ट्रस्ट की संपत्ति है।
सभी ट्रस्टी अन्य जनपदों में निवास करते हैं जिसके चलते संपत्ति का रखरखाव व प्रबंधन नहीं हो पा रहा है। इसी के चलते सभी ट्रस्टियों ने प्रस्ताव पारित कर सूटरगंज स्थित धर्मशाला को बेचने का निर्णय लिया। बिक्री से मिली रकम से राजस्थान में संपत्ति खरीदने पर सहमति बनी। कोर्ट से अनुमति लेकर जर्जर हो चुकी धर्मशाला के ध्वस्तीकरण का आदेश नगर निगम से ले लिया। 5 अगस्त को वह ध्वस्तीरकरण की कार्रवाई करा रहे थे, तभी राजू उर्फ मनोज पांडेय, पिंटू परिहार व शोएब अपने 6-7 अज्ञात साथियों संग आ पहुंचे और काम रुकवा दिया। आरोपियों ने ध्वस्तीरकरण से पहले 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।
14 अगस्त को फिर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की तो आरोपी मौके पर आ पहुंचे और कमर में लगाए पिस्टल को दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने डीसीपी सेंट्रल से मामले की शिकायत की। एसीपी कर्नलगंज टीबी सिंह ने बताया रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।