सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान एएमयू में भाषण देने के मामले में फंसे डॉ० कफील खान की रिहाई व रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) हटाए जाने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाकर राज्यपाल से मांग की।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने रजबी रोड, इफ्तिखाराबाद व तलाक महल में हस्ताक्षर अभियान चलाकर डॉ० कफील खान की रिहाई व रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) हटाने की मांग माननीय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से की।
इखलाक अहमद डेविड ने कहा है कि डॉ० कफील खान ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दिए भाषण के दौरान ऐसी बात नहीं कही है, जिससे की दो समुदाय में भड़काव या टकराव हो। इसके बाद भी उनके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया। उक्त मामले में वह मथुरा जेल में बंद है। इस मामले में कोर्ट से उनको जमानत मिल गई फिर अलीगढ़ जिला प्रशासन ने प्रदेश की भाजपा सरकार के निर्देश पर उन पर रासुका की भी कार्रवाई कर दी। डॉ० कफील खान की कोरोना संकट के समय प्रदेश – देश को ज़रुरत है। उनकी पत्नी ने उनके साथ जेल में आमानवीय व्यवहार व जेल में हत्या होने की बात कही साथ ही कोरोना के मरीज़ो के इलाज व मरीज़ों की सेवा करने के लिए उनकी रिहाई की गुहार प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से कर चुकी है।
हस्ताक्षर अभियान में इखलाक अहमद डेविड, इस्लाम खान आज़ाद, असद सिद्दीकी, मोहम्मद फाज़िल, मोहम्मद इस्लाम, बब्लू खान, सैय्यद अरशद, मोहम्मद शादाब, एजाज़ रशीद, मोहम्मद अल्ताफ, महबूब आलम, आज़म महमूद, मोहम्मद शाहिद, इम्तियाज़ अहमद, शाह मोहम्मद आदि लोग मौजूद थे।
डा० कफील खान की रिहाई व रासुका हटाना के लिए चलाया हस्ताक्षर अभियान।
RELATED ARTICLES
Outstanding feature
Excellent write-up