Sunday, March 23, 2025
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डिफेंस कॉरिडोर में तोप के गोले और मशीन गन की गोलियां भी बनाएगा Adani Group, गौतम अदाणी ने किया शिलान्यास

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कानपुर के डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कांप्लेक्स में लार्ज कैलिबर एम्युनिशन कांप्लेक्स का शिलान्यास किया। यह कांप्लेक्स दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आयुध केंद्र होगा। डिफेंस कॉरिडोर के कानपुर नोड में पिछले वर्ष 26 फरवरी को 499 एकड़ में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कांप्लेक्स का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने बुधवार को डिफेंस कॉरिडोर में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कांप्लेक्स में लार्ज कैलिबर एम्युनिशन कांप्लेक्स (बड़े आकार के गोले और मशीन गन की गोलियां बनाने का प्लांट) का शिलान्यास किया। उन्होंने कांप्लेक्स की शूटिंग रेंज में फायरिंग की और पूरे प्लांट का निरीक्षण किया। लार्ज कैलिबर एम्युनिशन कांप्लेक्स को किस तरह बनाया जा रहा है, इसके माडल को देखा और अभी प्लांट में बन रही अलग-अलग आकार के कारतूस भी देखे। उन्होंने आयुध कांप्लेक्स में अधिकारियों से भविष्य की संभावनाओं पर भी बात की।

26 फरवरी को सीएम योगी ने किया था शिलान्यास
साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर के कानपुर नोड में पिछले वर्ष 26 फरवरी को 499 एकड़ में अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कांप्लेक्स का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। उस समय यहां हथियारों के लिए गोलियां बनाने की शुरुआत हुई थी। एक वर्ष बाद बुधवार को गौतम अदाणी प्लांट पहुंचे और पूजा-अर्चना कर लार्ज कैलिबर एम्युनिशन कांप्लेक्स का शिलान्यास किया। वह बुधवार सुबह सवा आठ बजे चार्टर विमान से चकेरी एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वह साढ़ स्थित अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कांप्लेक्स पहुंचे। वह साढ़े नौ बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक प्लांट में रहे। दोपहर 12 बजे वह अपने विमान से लौट गए।

यह है लार्ज कैलिबर एम्युनिशन
लार्ज कैलिबर एम्युनिशन बड़े आकार के गोलों और गोलियों को कहा जाता है। इसका इस्तेमाल टैंकों, तोपों, और मशीन गन जैसे हथियारों में होता है। वर्तमान में रक्षा मंत्रालय के पीएसयू एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट्स इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआइएल) के अलावा, टाटा, एलएंडटी सहित अन्य निजी क्षेत्र की कंपनियां लार्ज कैलिबर एम्यूनिशन के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के साथ उत्पादन करने में लगी हैं। कानपुर में इस तरह के गोलों के खोखे आयुध फैक्ट्री में बनते हैं।

दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आयुध कांप्लेक्स बनेगा
अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आयुध केंद्र बनाने के लक्ष्य के साथ मैदान में एक वर्ष पहले उतरा था। शुरुआत में यहां 1500 करोड़ रुपये निवेश किया गया है। अगले पांच वर्ष में इसे बढ़ाकर 3,000 करोड़ रुपये करने की योजना है। कारतूस निर्माण के बाद अब यहां मिसाइल और लड़ाकू हेलीकाप्टर बनाने की तैयारी है। समूह का दावा है कि यह फैक्ट्री आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने में सहयोग करेगी और चार हजार लोगों को रोजगार देगी।

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