यूपी के बलिया में एक व्यक्ति से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। आरोप हैं कि इन पुलिसकर्मियों ने उस व्यक्ति को अपनी भैंस बेचकर और दोस्तों से कर्ज लेकर रिश्वत देने क लिए दबाव बनाया था। जिले के एसपी ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के भी आदेश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के बलिया में दो पुलिसकर्मियों को एक शख्स से 1 लाख रुपये की वसूली किए जाने के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया है। एसपी विक्रांत वीर ने दो आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि की है।
एसपी ने बताया कि घटना 25 नवंबर को उस समय सामने आई जब भरौली गांव के निवासी रुदल यादव ने नरही थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। यादव ने आरोप लगाया कि कांस्टेबल कौशल साहनी और श्रीशीलाल बिंद ने उसे जबरन पुलिस स्टेशन बुलाया, अपने बैरक में ले जाकर उससे 1 लाख रुपये की मांग की और जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रुदल यादव ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उसे मजबूर किया कि वह अपनी भैंस बेचकर और एक दोस्त से पैसे उधार लेकर उनकी मांग पूरी करें। यादव की शिकायत के बाद इस मामले की जांच सदर सर्कल अधिकारी को सौंपी गई जिसमें दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए।
निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
एसपी ने बताया कि दोषी पाए जाने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ आपराधिक साजिश और अवैध दबाव डालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि नरही थाना पहले भी ऐसे मामलों में विवादित रहा है। जुलाई में इसी थाने के प्रभारी पन्ने लाल को एक अन्य वसूली मामले में निलंबित किया गया था। उस वक्त पुलिस विभाग ने भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाने की बात कही थी। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।