Saturday, May 17, 2025
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पुलिस और अधिवक्ता भिड़े, दौड़ा-दौड़ा कर पीटे गए वकील, वेस्ट यूपी में हड़ताल

महिला अधिवक्ता समेत तीन लोगों पर सिपाही द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के विरोध में वकीलों ने हापुड़ तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया। घंटों चले हंगामे के दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं में भिड़ंत हो गई।

महिला अधिवक्ता समेत तीन लोगों पर सिपाही द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के विरोध में वकीलों ने हापुड़ तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया। घंटों चले हंगामे के दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं में भिड़ंत हो गई। पुलिस ने लाठियां फटकार कर जाम खुलवाने की कोशिश की तो बवाल बढ़ गया। इस दौरान वकीलों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इसमें करीब 30 वकील घायल हो गए। वहीं, पुलिस का कहना है कि जाम के दौरान वकीलों ने सिपाही को पीटा, जिस पर सिपाहियों ने लाठी चलाई। पुलिस की ओर से आठ सिपाहियों के घायल होने बात कही जा रही है। उधर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति ने लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए बुधवार को वेस्ट यूपी में हड़ताल का ऐलान किया है। प्रयागराज में बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के सभी अधिवक्ता बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इससे पूर्व अधिवक्ताओं ने रेवेन्यू बोर्ड में हापुड़ घटना की निंदा की। बार एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र कुमार ने सभी अधिवक्ताओं से न्यायिक कार्य से विरत रहने की अपील की है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया तो कैट बार एसोसिएशन ने लाठीचार्ज की निंदा करते हुए इसकी जांच की मांग की है। उधर, उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन ने भी घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिसवालों को सस्पेंड करने की मांग की है।

महिला अधिवक्ता पर एफआईआर के विरोध में दोपहर के समय वकीलों ने तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन में गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना और गढ़ के वकील भी शामिल हो गए। वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर इंस्पेक्टर को हटाने की मांग शुरू कर दी। करीब डेढ़ बजे एक युवक के निकलने पर वकीलों ने हंगामा कर दिया।

इसमें पुलिस और वकील आमने-सामने आ गए। देखते-देखते ही पुलिस ने लाठी फटकारनी शुरू कर दी। इसमें बार के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह समेत 30 वकील घायल हो गए। वकीलों ने कचहरी के गेट को बंद कर दिया। कचहरी में पहुंचे एडीएम संदीप कुमार और एएसपी मुकेश मिश्र तथा एसडीएम सुनीत सिंह को वकीलों ने बाहर कर दिया। घायल वकीलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।

मेरठ में भी वकीलों ने किया प्रदर्शन, कार्य नहीं करेंगे मेरठ। मेरठ में वकीलों ने प्रदर्शन करते हुए कचहरी में मौजूद पुलिस वालों को परिसर से बाहर कर दिया। इसके बाद कचेहरी के बाहर जाम लगा कर नारेबाजी की। उधर, हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति ने 30 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में हड़ताल का ऐलान कर दिया है। संघर्ष समिति के चेयरमैन कुंवरपाल शर्मा और संयोजक विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि यह निंदनीय है।

यह था मामला

तीन दिन पहले एक महिला अधिवक्ता और सिपाही के बीच विवाद का वीडियो वायरल हुआ था। इस दौरान सिपाही की नेम प्लेट नोचने की बात भी सामने आई थी। पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उनके पिता तथा एक अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सिपाही ने महिला अधिवक्ता और तीन अन्य पर अभद्रता तो महिला अधिवक्ता ने सिपाही पर घूरने और अभद्रता करने का आरोप लगाया था। इस मामले में वकीलों ने सोमवार को बैठक कर पुलिस को मंगलवार तक का समय का दिया था।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर किया लाठीचार्ज

शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। जिसमें तीस से ज्यादा अधिवक्ता घायल हैं। पुलिस की यह हरकत बेहद निंदनीय है। बुधवार को अधिवक्ता हड़ताल पर रहेंगे और किसी भी पुलिसकर्मी को कचहरी के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश बार कौंसिल के चेयरमैन शिवकिशोर गौड़ बुधवार को हापुड़ आ रहे हैं। एनुअल हक, अध्यक्ष, हापुड़ बार एसोसिएशन

सिपाही को पीटने पर चलाई लाठी

एएसपी मुकेश मिश्र ने कहा कि जाम के दौरान वकील किसी आदमी को पीट रहे थे। वहां पहुंचे सिपाही को भी पीटने लगे। उसके बाद सिपाहियों ने वकीलों पर लाठी चलाई। जिसमें गिरने से कई वकील घायल हो गए। सिपाही भी घायल हुए हैं। सीओ सिटी के साथ भी अभद्रता की गई । लाठी फटकारने के बाद ही जाम खुल सका।

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