मेरठ के जयभीमनगर में एक फैक्टरी में सिलिंडर फटने से आग लग गई। दूसरी मंजिल पर काम कर रही सीता देवी (35), कश्मीरी (45), जुनैद (21) और कुलदीप (32) झुलस गए। तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
भावनपुर थाना क्षेत्र में जयभीमनगर स्थित मोहल्ला संजय विहार कॉलोनी में सीलिंग फैन बॉक्स बनाने वाली फैक्टरी में सिलिंडर फटने से आग लग गई। दूसरी मंजिल पर काम कर रही सीता देवी (35), कश्मीरी (45), जुनैद (21) और कुलदीप (32) झुलस गए। सिलिंडर फटने से फैक्टरी की दीवार भी गिर गई। घायलों को फैक्टरी से निकाल कर मेडिकल में भर्ती कराया गया, यहां तीन की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इनमें कश्मीरी जान बचाने के लिए दूसरी मंजिल से नीचे कूदने के कारण अधिक घायल हुई है। दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने करीब आधे घंटे में आग पर काबू पाया।
किला परीक्षितगढ़ के पुराने बिजलीघर निवासी सुमित गुप्ता की भावनपुर थाना के गढ़ रोड स्थित जयभीमनगर के मोहल्ला संजय विहार में घनी आबादी के बीच तीन मंजिला भवन में मैसर्स एमएक्सवे ब्रिलियंट के नाम से फैन बॉक्स बनाने और पैकिंग की फैक्टरी है। फैक्टरी में करीब 12 श्रमिक काम करते हैं।
सोमवार को फैक्टरी की दूसरी मंजिल पर सीता देवी पत्नी सोनू, कश्मीरी पत्नी संजय, कुलदीप पुत्र ओमकार निवासीगण संजय विहार जयभीमनगर और जुनैद पुत्र महताब निवासी फतेहउल्लापुर थाना लिसाड़ी गेट गैस सिलिंडर से लोहे की चादर को गैस कटर से काटने का काम कर रहे थे। दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे अचानक एक गैस सिलिंडर में आग लग गई। धमाके के साथ सिलिंडर फट गया। आग की चपेट में आने से दोनों महिलाओं सहित चारों मजदूर झुलस गए।
तेज धमाके से दहले आसपास के मकान
फैक्टरी में गैस सिलिंडर फटने से हुए तेज धमाके से आसपास के मकान भी दहल गए। आसपास रहने वाले लोग घबराकर अपने मकानों से बाहर निकल आए। वे फैक्टरी की दूसरी मंजिल से धुएं का गुबार उठता देख मजदूरों को बचाने में जुट गए। उन्होंने सभी को मेरठ मेडिकल भिजवाया। जहां सीतादेवी के अलावा शेष तीनों की हालत चिंताजनक बनी है।
दूसरी मंजिल पर रखे सिलिंडरों को बाहर निकाला
गनीमत रही कि दूसरी मंजिल पर दो गैस सिलिंडर भरे हुए और रखे थे। जिनको बाहर निकालकर उनके ऊपर पानी डाला गया। सूचना पर सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह और कार्यवाहक सीएफओ मनु शर्मा ने भी मौके पर पहुंच कर हादसे की जानकारी ली।
दमकल विभाग की गाड़ी चालक से नोकझोंक
आग लगने की जानकारी मिलने के बाद तेज रफ्तार से आ रही दमकल की गाड़ी के चालक को कुछ कार सवार युवकों ने साइड मांगने पर रोक दिया। इस पर दमकल वाहन के चालक की कार सवारों से तीखी नोकझोंक हो गई। फैक्टरी में आग लगने से सवा घंटे तक क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बना रहा।
मेडिकल में परिजनों का हंगामा
आग से झुलसी सीता देवी, कश्मीरी, जुनैद और कुलदीप को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया। जहां पर घायलों के परिजनों ने हंगामा करते हुए निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने की मांग की। परिजनों का आरोप था कि अगर कंपनी के मालिक के परिवार का सदस्य आग की चपेट में आने से झुलस जाता तो क्या वह उनका इलाज निजी नर्सिंग होम में नहीं कराता। हालांकि बाद में डॉक्टरों ने अच्छा उपचार करने का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया।
घनी आबादी में चल रही दर्जनों फैक्टरी
पुलिस प्रशासन और दमकल विभाग की लापरवाही से जयभीमनगर क्षेत्र के घनी आबादी वाले क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक लोगों ने अपने घरों में बल्ब, कैरम बोर्ड, स्पोर्ट्स, पनीर, अचार, चादर सहित अन्य सामान बनाने की फैक्टरी चला रखी हैं। यहां बैंक्वेट हॉल तक बने हुए हैं। यहां पर हर समय बड़ा हादसा होने की आशंका रहती है। यहां चलने वाली अधिकांश फैक्टरियों के पास दमकल विभाग की ओर से कोई भी एनओसी नहीं है। वहीं कुछ ने एनओसी के नाम पर खानापूर्ति कर रखी है।
कार्यवाहक सीएफओ मनु शर्मा ने बताया कि फैक्टरी में आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। फैक्टरी संचालक के पास एनओएसी नहीं है।
सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह ने बताया कि घायलों की ओर से तहरीर मिलने पर मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल घायलों को मेडिकल में उपचार चल रहा है। पुलिस भी जांच कर रही है।