Wednesday, September 11, 2024
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माहवारी में साफ-सफाई अपनाएं, अपने प्रजनन अधिकार को बढ़ाएं

माहवरी स्वच्छता प्रबंधन पर किशोरियों को दिया गया परामर्श

महिलाओं व किशोरियों ने चुप्पी तोड़ खुल कर की माहवारी पर चर्चा

निःशुल्क वितरित किए गए सेनेटरी पैड

औरैया-माहवारी महिलाओं के शरीर की एक सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया है जो कि हर महीने उन्हें प्रजनन के लिए तैयार करती है। पर सभी जानते हैं कि आज भी माहवारी को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियाँ व्याप्त हैं। इसीलिए समाज में माहवारी के बारे में जागरुकता फैलाने के साथ –साथ महिलाओं और किशोरियों को इससे जुडी सही जानकारी देने के उद्देश्य से हर वर्ष 28 मई को माहवारी स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसी क्रम में गुरुवार को जनपद के ब्लॉक अछल्दा के आँगनवाड़ी केंद्र औंतो में किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन एवं माहवारी के समय साफ-सफाई का ध्यान रखने हेतु परामर्श दिया गया। सभी किशोरियों के हाथ धुलवाए गये और सक्षम संस्था के सहयोग से स्वयं से निर्मित मास्क प्रदान किए तत्पश्चात किशोरियों ने अपने हाथ को लाल रंग से रंग कर यह दर्शाया कि हमें गर्व है कि हमें महावारी होती है। सभी किशोरियों को सेनेटरी पैड भी प्रदान किए गए।
आशा उमा देवी ने सभी किशोरियों को कैल्शियम और फोलिक एसिड की गोली प्रदान की सहायिका माधुरी देवी ने किशोरियों को नींबू पानी से फोलिक एसिड की गोली खिलाई |
इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुमन चतुर्वेदी ने बताया कि माहवारी एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है जैसे-जैसे उम्र के साथ शरीर में कई परिवर्तन होते हैं वैसे ही किशोरियों के जीवन में माहवारी आना भी एक शारीरिक परिवर्तन है जो कि किशोरी में 10-12 वर्ष की उम्र में शुरू होती है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय की परत (रक्त की परत) टूटकर गिर जाती है तथा योनि से रक्तश्राव के रूप में बाहर निकाल जाती है। यह 3-7 दिन होती है।
उन्होने बताया कि यह दिवस खुलकर एक-दूसरे से बात करने हेतु और भ्रांतियों को दूर करने हेतु मनाया जाता है। 28 तारीख को मनाए जाने का कारण यह है कि माह की 28 तारीख को आदर्श माहवारी दिन माना जाता है। लेकिन माहवारी नहीं आ रही है तो स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। माहवारी के साफ-सफाई रखने से भविष्य में माँ बनने के अधिकार को बढ़ावा मिलता है।
बैठक के मध्यम से शरीर संरचना, माहवारी की प्रक्रिया, प्रजनन स्वास्थ्य, सेनिटरी नैपकिन का उपयोग एवं निपटान, साफ़-सफाई का महत्त्व, समाज में फैली भ्रांतियों आदि पर भी चर्चा की गयी । इसके साथ ही सही पोषण, आयरन की गोलियाँ, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, माहवारी के दौरान होने वाले संक्रमण एवं स्वच्छता प्रबंधन के बारे में भी बताया गया ।
इस चर्चा में आशा इंद्रावती, कुमारी वंशिका पूर्विका, शताक्षी, रोशनी, प्रियांशी, खुशबू, प्रियंका सहित अन्य किशोरियों ने प्रतिभाग किया।

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