आरोपी दारोगा ने विजिलेंस की टीम को धक्का देकर भागने का प्रयास किया लेकिन टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि दारोगा धोखाधड़ी के मुकदमे में एक शख्स का नाम हटाने और अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए घूस ले रहा था।
लखनऊ में एक चौकी इंचार्ज (दारोगा) को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने दारोगा के खिलाफ एक्शन लिया है। छापेमारी के दौरान दारोगा ने टीम को धक्का देकर भागने का प्रयास किया मगर विजिलेंस की टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
मामला पारा इलाके स्थित डॉक्टर खेड़ा का है, जहां के चौकी इंचार्ज को विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। विजिलेंस की टीम को देखकर दारोगा खुद को बचाने के लिए वहां से भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन टीम ने उसे धर दबोचा।
विजिलेंस विभाग ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि आरोपी दारोगा प्रतापगढ़ के रहने वाले दिनेश पटेल से एटीएम के जरिए पैसों में हुई धोखाधड़ी के केस में उनका नाम फाइनल रिपोर्ट से निकालने के एवज में 20 हजार मांग रहा था। जब दिनेश ने रुपये देने से मना किया तो दारोगा उनका नाम फाइनल रिपोर्ट में डाल देने की धमकी देने लगा, जिसके बाद परेशान होकर दिनेश ने पूरे मामले की जानकारी एसपी विजिलेंस को दे दी।
फिर आरोपी दारोगा को रंगेहाथ पकड़ने के लिए टीम का गठन किया गया। बीती शाम (2 अगस्त) दिनेश को 20 हजार देकर दारोगा के पास भेजा गया, ताकि विजिलेंस की टीम आरोपी को दबोच सके. हुआ भी ऐसा ही। चौकी इंचार्ज राजकुमार ने जैसे ही दिनेश के हाथ से रुपये लिए, तुरंत ही विजलेंस की टीम मौके पर आ धमकी।
टीम ने मौके से दारोगा को रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। फिर उसे गाड़ी में बैठा कर अपने साथ लेकर चली गई। विजिलेंस की टीम ने बताया कि मामले में दारोगा की गिरफ्तारी कर मुकदमा दर्ज किया गया है, अब आगे की कार्यवाही की जा रही है।