अपनों से निस्वार्थ रिश्ते ही हमारी वास्तविक संपत्ति….ज्योति बाबा
कानपुर 4 अगस्त l बहनों ने इस बार रक्षा सूत्र बांधकर भाइयों से रुपयों की जगह नशा मुक्त भारत का संकल्प सूत्र मांगा,क्योंकि हजारों भाइयों को नशे के कारण बहनों की राखी से सदा के लिए दूर कर दिया,उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में फैमिली हॉस्पिटल के सहयोग से कोरोना मिटाओ नशा हटाओ हरियाली बढ़ाओ अभियान के तहत नशा मुक्त रक्षाबंधन कार्यक्रम के परिप्रेक्ष्य में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के तहत अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, श्री ज्योति बाबा ने आगे कहा की प्रेम,स्नेह और विश्वास की रोली भाइयों के माथे पर जब चमकती है तो उसमें बहने भाई को हमेशा चमकता देखना चाहती हैं लेकिन नशे के रोग के कारण भाई बहनों की रक्षा तो दूर अपनी ही रक्षा नहीं कर पा रहे हैं कोरोना कॉल ने हमें सिखा दिया है कि आधुनिक चकाचौंध में चाहे जितना भटक लो लेकिन अपनों से निस्वार्थ रिश्ते ही हमारी वास्तविक संपत्ति है एक बहन नेहा ने ज्योति बाबा से पूछा कि बच्चों के बचपन को नशे के रोग से कब तक बचा लिया जाएगा,तो ज्योति बाबा ने जवाब दिया कि केवल रक्षाबंधन पर ही भाई अपनी बहनों को उपहार स्वरूप स्वयं नशा छोड़ने का संकल्प देकर परिवार के परिवार जो तबाह हो रहे हैं उन्हें बचा सकते हैं l फैमिली हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ अजीत सिंह ने कहा कि त्योहारों को नशा मुक्त बनाकर रिश्तो के असली मर्म को समझते हुए आपको अपने और परिवार के साथ दूसरों का भी ध्यान रखना चाहिए l संविधान रक्षक दल के राष्ट्रीय संयोजक राजेंद्र कश्यप ने कहा कि इस बार का रक्षाबंधन समाज की रक्षा का संकल्प है भैया और बहने दोनों ही प्रगति का पहिया चलाते हुए कोरोना से बचें और बचाएं l स्वामी गीता ने कहा कि रक्षाबंधन को एक सात्विक बंधन कहा जाता है जिसके तहत आप अपने आप को हर किसी के साथ ज्ञान और प्रेम के साथ बांधते हैं l अन्य प्रमुख सर्व श्री आलोक मेहरोत्रा,स्वामी गीता, मानवाधिकारवादी नवीन पाठक,राकेश चौरसिया, कृष्ण मोहन गिरी,शीला इत्यादि थी l