कानपुर 02 जुलाई उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के स्टेट कोआर्डिनेटर/प्रभारी लखनऊ मंडल इखलाक अहमद डेविड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल उ०प्र० कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम का फर्जी मुकदमों में फंसाकर उनकी गिरफ्तारी की उच्चस्तरीय जाँच कराकर बिना शर्त रिहाई को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में नगर मजिस्ट्रेट हिमांशु कुमार गुप्ता से मिला व माननीय राज्यपाल के नाम सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया।
इखलाक अहमद डेविड ने नगर मजिस्ट्रेट को अवगत कराया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस को दमन का हथियार बनाकर उ०प्र० कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को गिरफ्तार कर फर्ज़ी मुकदमों में फंसाकर उत्पीड़न कर रही है। शाहनवाज़ आलम लगातार जनता की आवाज़ उठाकर जनहित के कार्यों में दिन-रात देश व जनता की सेवा में लगे रहते है जो प्रदेश की योगी सरकार/यूपी पुलिस को नागवार गुज़र रहा था कि सरकार भाजपा की और सेवाभाव का जज़्बा प्रदेश के विपक्ष के कद्दावर नेताओं के पास उनको यह मंज़ूर नही था। राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही योगी सरकार की उत्पीड़न की कार्यवाही लोकतंत्र के लिए शुभ नही केंद्र व राज्यों की किसी भी सरकार का आचरण संविधान के अनुरुप होना चाहिए लेकिन उ०प्र० की सरकार पुलिस को हथियार बनाकर दमनकारी नीति अपनाकर सामाजिक/राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं/पदाधिकारियों को डरा रही है। कांग्रेस चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को बिना शर्त रिहा करने व प्रदेश की योगी सरकार के दमनकारी नीति में पुलिस को हथियार बनाने की रणनीति की उच्चस्तरीय जाँच की मांग उ०प्र० की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से की नगर मजिस्ट्रेट से पूरी बात बताने के बाद उनको उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया नगर मजिस्ट्रेट हिमांशु कुमार गुप्ता ज्ञापन को आज राजभवन, लखनऊ भेजने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में इखलाक अहमद डेविड, एजाज़ रशीद, गुफरान आलम, अफज़ाल अहमद आदि लोग थे।
राज्यपाल से प्रदेश कांग्रेस चेयरमैन की रिहाई की मांग।
RELATED ARTICLES
I like this site very much, Its a real nice situation to read and
get info.Raise range