रोहित शर्मा ने इस ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 3 टेस्ट की 5 पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं. उनका औसत भी 6.20 का रहा, जो किसी पुछल्ले गेंदबाज से भी कम का है. जबकि तेज गेंदबाज आकाश दीप ने 3 पारियों में रोहित से ज्यादा 38 रन जड़ दिए हैं. सवाल यह है कि क्या रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट से बाहर होना सही है या गलत…
29 जून, 2024… बारबाडोस का मैदान…इस तारीख को रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने इतिहास ही रच दिया था. टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर 11 साल से चले आ रहे ICC खिताब के सूखे को खत्म किया था।
वर्ल्ड कप जीतकर रोहित हीरो बन गए थे. इससे पहले उनकी कप्तानी में ही भारतीय टीम अपने घर में हुए वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में भी पहुंची थी. जब रोहित ने टी20 वर्ल्ड कप जिताया, तब भारतीय टीम ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल की रेस में भी टॉप पर थी।
यानी यह वो समय था जब कप्तान रोहित सुपरहिट थे और भारतीय टीम को दूसरा ICC खिताब (WTC) जिताने की तैयारी में थे. फॉर्म के लिहाज से भी रोहित जबरदस्त हिट थे. टी20 वर्ल्ड कप में वो दूसरे टॉप स्कोरर थे. रोहित ने 8 मैचों में 257 रन जड़ दिए थे. जब भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप जीतकर देश लौटी तो धूमधाम से उनका स्वागत हुआ।
मुंबई में जलसा हुआ और जुलूस निकाला. फैन्स ने कप्तान रोहित और टीम पर जमकर प्यार लुटाया. यहां से सभी ने उम्मीदें बांध ली थीं कि हिटमैन अपनी कप्तानी में देश को ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप भी जिताएंगे. मगर 6 महीने में ‘एक दम से वक्त बदल गया, हालात बदल गए! जज्बात बदल गए!’ भारतीय टीम WTC फाइनल से बाहर होने की कगार पर है।
कप्तान रोहित के भी संन्यास की बातें चलने लगी हैं. कुछ फैन्स ट्रोल कर रहे हैं, तो कुछ उनसे सहानुभूति जता रहे हैं. दरअसल, यह सारा सिलसिला गौतम गंभीर के बतौर कोच एंट्री करने और श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज हारने के साथ शुरू हुआ है. भारत ने 2024 में एकमात्र वनडे सीरीज श्रीलंका दौरे पर खेली थी, जिसमें 2-0 से हार झेलनी पड़ी थी. यहीं से टीम इंडिया और कप्तान रोहित के साथ गड़बड़ वाला मामला शुरू हुआ।
हालांकि भारतीय टीम ने अपने घर में बांग्लादेश को टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया, लेकिन इस दौरान भी उनकी कप्तानी गड़बड़ दिखी और कई बार लगा कि बांग्लादेश भारी पड़ रही है. मगर जैसे-तैसे भारतीय टीम ने क्लीन स्वीप किया. फिर न्यूजीलैंड टीम भारत दौरे पर आई, जिसे काफी ज्यादा ही हल्के में ले लिया. कोच गंभीर ने भी बड़े बयान दिए. मगर मामला ऐसा उलटा पड़ा कि अब तक भारतीय टीम, कोच और कप्तान संभल नहीं पा रहे हैं।
टॉम लैथम की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीन पर ही टीम इंडिया को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया. इस सीरीज में कप्तान रोहित ने 6 पारियों में 15.16 के बेहद खराब औसत से सिर्फ 91 रन बनाए थे. यहीं से हिटमैन का गड़बड़ मामला शुरू हुआ, जो अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस समय भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिछड़ गई है।
इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मैच मेलबर्न में हुआ था, जिसमें करारी हार के बाद से ही कप्तान रोहित के संन्यास की बातें चलने लगीं. कई रिपोर्ट्स में तो यह तक दावा किया गया कि सीरीज का आखिरी यानी पांचवां टेस्ट रोहित के करियर का आखिरी होने वाला है. फिर सिडनी टेस्ट से एक दिन पहले कहा गया कि इस मुकाबले में रोहित को नहीं खिलाया जाएगा. उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर कर दिया जाएगा।
अब इस सीरीज का आखिरी यानी पांचवां टेस्ट सिडनी में खेला जा रहा है. इसमें रोहित को प्लेइंग-11 में नहीं चुना गया. इस तरह रोहित भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसे पहले कप्तान बन गए हैं, जिन्हें खराब फॉर्म के चलते सीरीज के दौरान ही टेस्ट की प्लेइंग 11 से बाहर किया गया है. इस तरह टी20 वर्ल्ड कप 2024 खिताब जीतने के 6 महीने बाद पूरी बाजी ही पलट गई।
इन 6 महीनों में ‘क्या से क्या हो गया देखते- देखते…’ जहां एक ओर भारतीय कप्तान रोहित को हीरो माना जा रहा था, अब उन्हें संन्यास लेने के लिए कहा जा रहा है. कप्तान होने के बावजूद प्लेइंग-11 से तक बाहर कर दिया गया है. बड़ी बात यह भी है कि भारतीय टीम अब WTC फाइनल से बाहर होने की दहलीज पर है. सिडनी टेस्ट जीतकर भी पक्का नहीं है कि भारतीय टीम WTC फाइनल में पहुंच जाएगी।
रिकॉर्ड्स की बात करें तो रोहित शर्मा ने इस ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 3 टेस्ट की 5 पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं. उनका औसत भी 6.20 का रहा, जो किसी पुछल्ले गेंदबाज से भी कम का है. जबकि तेज गेंदबाज आकाश दीप ने 3 पारियों में 38 रन जड़ दिए हैं, जो कि रोहित से ज्यादा ही हैं. ऐसे में एक फैन होने के नाते यह जरूर कहा जा सकता है कि रोहित को प्लेइंग 11 से बाहर करना गलत है, लेकिन आंकड़े देखकर यह बयान बदल भी सकता है।
रोहित का टेस्ट करियर (सिडनी टेस्ट से पहले तक)
67 टेस्ट, 116 पारियां, 4301 रन, 212 हाइएस्ट स्कोर, 40.57 औसत, 12 शतक और 18 अर्धशतक
रोहित का वनडे करियर
265 मैच, 257 पारियां, 10866 रन, 264 हाइएस्ट स्कोर, 49.16 औसत, 31 शतक और 57 अर्धशतक
रोहित का T20I करियर
159 मैच, 151 पारियां, 4231 रन, 121* हाइएस्ट स्कोर, 32.05 औसत, 5 शतक और 32 अर्धशतक।