कानपुर, आदर्श माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री कुलदीप यादव ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रही है केंद्र सरकार के सचिव अनीता करवल के स्पष्ट आदेश के बावजूद विद्यालयों में शिक्षकों को जबरन बुलाना शिक्षकों की जिन्दगी के साथ खिलवाड़ है श्री यादव ने कहा कि जब स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं उनको ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षण कार्य संचालित होना है तो अध्यापकों को जबरन विद्यालयों में बुलाने की कौन सी आवश्यकता है यह शिक्षक की जिंदगी के साथ जानबूझकर किया गया खिलवाड़ नही तो और क्या है यादव ने कहा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें प्राथमिक विद्यालय की एक शिक्षिका ने जब इस प्रदेश के अपने विभागीय मंत्री से अपनी पीड़ा को व्यक्त किया कि कोरोना महामारी के चलते हमारे छोटे बच्चे हैं घरों में परिवार हैं ऐसे ऐसे समय में विद्यालयों में जाना और वहां पर कार्य करना और फिर विद्यालय से घर आना यदि इस बीच कोई व्यक्ति संक्रमित मिल गया तो हमारे घर और परिवार में भी यह समस्या आ सकती है तो उस शिक्षक की पीड़ा पर प्रदेश के मंत्री महोदय का गैर जिम्मेदार बयान आता है और कहते है कि शिक्षक कोई विशेष श्रेणी में नहीं आते हैं जैसे लेखपाल जा रहा है पुलिस वाले जा रहे हैं और जो अन्य कर्मचारी हैं जा रहे हैं उसी तरह से शिक्षक को भी जाना होगा मैं मंत्री महोदय आपको जानकारी होनी चाहिए कि लेखपाल पुलिस एएनएम जीएनएम नर्सिंग स्टाफ डॉक्टर के कार्यक्षेत्र और अध्यापक के कार्य क्षेत्र दोनों मे अन्तर है अध्यापक बच्चों से रिलेटेड है यदि बच्चे नहीं आएंगे तो शिक्षक क्या विद्यालय में जाकर के ईंट गिनेगा मंत्री महोदय के इस तरह से गैर जिम्मेदाराना बयान की आदर्श माध्यमिक शिक्षक संघ घोर निंदा करता है और निंदा प्रस्ताव पारित करके मंत्री महोदय को भेजा जाएगा संगठन ने भी मांग की है कि आज कानपुर में कई विद्यालयों गणेश शंकर विद्यार्थी इंटर कॉलेज पांडू नगर हर सहाय इंटर कॉलेज पी रोड तथा जीआईसी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज में अध्यापक संक्रमित हुए हैं उससे प्रशासन को चेत जाना चाहिए और अपने पूर्व के आदेशों को निरस्त करते हुए अध्यापकों को घर मे रहकर ही अध्यापन कार्य करने का निर्देश प्रदान करना चाहिए अगर सरकार इस पर अमल नहीं करती हैं तो संगठन एक वृहद आंदोलन करेगा यादव ने कहा की आदेश देने से ही नहीं तैयारियों के साथ विद्यालयो को खोला जाना चाहिए था विद्यालयों को ना तो सैनिटाइज कराया गया ना वहां पर बैठने वाली कुर्सियों को सैनिटाइज कराया गया ना थर्मल चेकिंग हो रही है इन सबकी व्यवस्था ना होने के बावजूद विद्यालयों में अध्यापकों को बुलाना उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना है और यह संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा। संगठन संगठन के पदाधिकारियों सुनील बाजपेई चंद्रभान कटियार शशि बाजपेई रमाकांत कटियार अशोक त्रिपाठी जसजीत कौर अजय श्रीवास्तव आदि ने रोष व्यक्त किया।
विद्यालयों में अध्यापकों को बुलाना अध्यापकों को मौत के मुंह में झोंकने जैसा कार्य है:कुलदीप यादव
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