मन्नाइस्लाम/आजम मन्सूरी
जहानाबाद(फ़तेहपुर) सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते खाद्यान के साथ -साथ मिट्टी के तेल का भी वितरण राशन कार्ड धारकों को किया जाता था । किन्तु गत माह मार्च 2020 से कोरोना महामारी के चलते पूरे देश मे लाक डाउन की घोषणा कर दी गई थी। तथा केंद्र सरकार द्वारा राशनकार्ड धारकों को तीन महीने तक लॉक डाउन के दौरान मुफ्त में प्रति यूनिट 5 किलो चावल व एक किलो चना सरकारी राशन की दुकानों से दिए जाने का ऐलान किया था इसके साथ ही जो राशन गरीबो को प्रति माह मिल रहा था वह बराबर पूर्व की भाँति मिलता रहेगा । उक्त सरकारी आदेश के अनुपालन में राशन तो मिल रहा है । किन्तु अचानक गत 6 माह से मिट्टी के तेल की आपूर्ति बंद हो जाने से गरीबों को दवा के रूप में प्रयोग करने के लिए भी तेल का मिलना बड़ा मुश्किल हो गया है इस सम्बंध में राशन कार्ड धारकों से की गई बात चीत से पता चला कि अचानक मिट्टी के तेल की आपूर्ति बन्द कर दी गई है लेकिन कारण नही पता चल पाया । राशन तो बराबर मिल रहा है किन्तु मिट्टी के तेल की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है । यहाँ तक कि जब कभी बिजली आँख मिचौली करती है तब या फिर जब कभी दवा के रूप में प्रयोग करना चाहते हैं तो मिट्टी का तेल किसी भी कीमत में कही भी नही मिल पाता है । इसलिए इन गरीब कार्ड धारकों ने एक बार फिर शासन से मांग की है कि राशन के साथ साथ पूर्व की भांति मिट्टी के तेल का भी वितरण किया जाय ।