यूपी के बरेली के एक मिशनरी स्कूल में उस वक्त हंगामा हो गया, जब हिंदू संगठनों को वहां छात्रों के हाथ से राखी उतरवाने की जानकारी मिली। स्कूल प्रशासन ने विद्यार्थियों के हाथ में बंधी राखी को कैंची से कटवा दिया था। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने वहां पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक मिशनरी स्कूल में छात्रों के हाथ से राखी कटवाने का मामला सामने आया है। घटना के बाद छात्रों के अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। हिंदू संगठनों ने स्कूल पर धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक मामला बरेली के आंवला थानाक्षेत्र के भमोरा रोड में स्थित होली फैमिली कान्वेंट स्कूल का है। यहां छात्र-छात्रा राखी पहनकर स्कूल पहुंचे थे। जिसके बाद किसी ने विरोध करते हुए विद्यार्थियों के हाथ से राखी और कलावा उतरवा लिए। उनकी राखी और कलावे को कैंची से काटा गया। इस बात की सूचना मिलने पर हिंदू संगठन स्कूल पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्कूल प्रबंधन से माफी मंगवाई।
स्कूल ने मानी गलती, लखित में माफी मांगी
स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का कहना है कि राखियां उतरवाने की बात पता चलने पर हिंदू संगठन के लोगों के साथ कई माता-पिता भी स्कूल पहुंचे। उनके विरोध जताने पर स्कूल प्रबंधन ने गलती मानते हुए आगे से ऐसी गलती ना करने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद आखिर में हिंदू संगठनों ने स्कूल की छात्राओं से स्कूल स्टाफ को राखियां बंधवाईं। एक छात्र के अभिभावक ने बताया कि रक्षाबंधन की राखी को कैंची से कटवाया गया। छात्रों से कहा गया कि हिंदू धर्म का कोई प्रचार-प्रसार यहां (स्कूल में) नहीं होगा।
माफीनामे में स्कूल ने लिखा- आगे नहीं होगी गलती
एक अन्य अभिभावक ने बताया कि स्कूल कृत्य से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है। वह इसका कड़ा विरोध करते हैं। अभिभावकों के विरोध करने पर स्कूल प्रशासन ने स्वीकार किया है कि उनसे भूल हुई है और भविष्य में ऐसी कोई गलती नहीं होगी। इसका माफी नामा स्कूल की मोहर लगाकर तमाम हिंदू संगठनों और विद्यालय के छात्रों के सामने जारी किया गया है।