गिरजेश निगम
कानपुर होमगार्ड कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार से नाराज होमगार्ड योगेश्वर निगम ने अधिकारियों एवं कार्यालय में मौजूद बाबूओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है महामहिम राज्यपाल से शिकायत के बाद भी कार्यवाही ना होने से नाराज श्री निगम में भ्रष्ट अफसरों को बेनकाब कर फर्जी तरह से नौकरी करने वालो के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। व्यापार संदेश कार्यालय में आए श्री निगम ने आरोप लगाते हुए बताया कि 17 वर्षों से बर्खास्त *के, के मिश्रा* फर्जी आदेश का हवाला देकर अधिकारियों को गुमराह कर अभी भी नौकरी कर रहा है। जांच कर रहे देवी पाटन (गोंडा) के जिला कमांडेंट ने अपनी रिपोर्ट भी मुख्यालय में प्रस्तुत कर दी है और पाया गया कि वह फर्जी तरीके से कार्य कर रहा है लेकिन आज तक वह वेतन ले रहा है साथ ही वह जिला कमांडर के पद पर भी आसीन है उन्होंने यह भी बताया कि कार्यालय में इतना भ्रष्टाचार व्याप्त है कि कई नाबालिग को भी नौकरी पर रख लिया गया है जिनकी आयु 14 से 15 वर्ष ही थी पर आज भी वह नौकरी कर रहे हैं लेकिन तमाम शिकायत के बाद भी भ्रष्टाचार की वजह से ना ही उन कर्मचारियों को हटाया गया और ना ही अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कार्यालय में ड्यूटी लगाने के नाम पर पैसा लिया जाता है उन्होंने कहा कि 30 दिन के बाद भी ड्यूटी बदली जाती है पर 3000 महीना देने पर उन्हें ही 3 साल तक नगर निगम में ही लगाए रखा गया साथ ही उन्होंने बताया कि कमिश्नर कार्यालय में भी फर्जी ड्यूटी लगाई जा रही है जिनका नाम है वह काम नहीं कर रहा उसकी वजह से दूसरे व्यक्ति काम कर रहे हैं साथ ही नगर निगम में जितने लोगों को नियुक्त किया गया उनमें आधे लोग ही अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं वहां उपस्थित ना होने वालों का भी वेतन आ रहा है और उसमे जिला कमांडर से लेकर कमाण्डेण्ट तक को दिया जाता है। उन्होंने कहा कि लगातार अधिकारियों को मुख्यालय शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से भ्रष्टाचार का पता चलता है यही वजह है कि सरकार के यह अधिकारी किस तरह से दुरपयोग कर रहे है।यह तो एक ही जिले का प्रकरण है ऐसे कितने मामले ऐसे होंगे जो अभी तक खुले ही नहीं होंगे जिनके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
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