लॉकड़ाऊन के चलते भले वर्तमान सत्र की पढ़ाई में छात्र छात्राओं को काफ़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन 2019-2020 में दिन रात मेहनत कर के उत्तीर्ण होने वाले वाले विद्यार्थियों के हौसले और उनके चेहरे की खुशी देखने वाली है, ICSE बोर्ड के दसवीं के रिजल्ट्स आ चुके है, जिसमे जमशेदपुर के सीक्रेट हार्ट स्कूल की छात्रा आद्रिका घोष 99.4 आंको को हासिल कर स्टेट टॉपर बनी,तो वही धनबाद के डिनोबिली के मुदितराज 99.2% अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे,तो वही 12वी के साइंस में जमशेदपुर के राजेन्द्र विद्यालय साकची के आयुष कुमार 99.5 अंकों के साथ स्टेट टॉपर बने है,जबकि कॉमर्स में 98 फ़ीसदी अंक के साथ LFS टेल्को के दिया चक्रवर्ती, और आर्ट्स में लोयला की आयशानी मिश्रा 98.25 फीसदी अंक के साथ स्टेट टॉपर रहें वहीं 12th में कानपुर में डॉ वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर किदवई नगर के परिणय चौहान और सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल की हरलीन नारंग टॉपर रही इन्हें 99.25 फीसदी अंक मिले आपको बताते चले कि कानपुर में भी ICSE की परीक्षाओं में लड़कियों ने बाजी मारी है,जहाँ 10वी में सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल की प्रांजलि त्रिपाठी टॉपर रही उन्हें 99.6 फीसदी अंक मिले व मिताली दीक्षित को 99 फीसदी अंक मिले जो वीरेंद्र स्वरूप अवधपुरी की छात्रा है।इसी क्रम में कानपुर शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय की श्रेणी में आने वाले शीलिंग हाउस स्कूल के रिजल्ट्स भी काफी बेहतर रहे, जहां अनितेज़ मिश्रा 98.6% अक्षि साहा 98.2% मान्या त्रिपाठी 97.6% युविका कपूर 97% और प्रांजल श्रीवास्तव 97% फीसदी आंको के साथ टॉपर रहे, जिसपर शीलिंग हाउस स्कूल के चेयरमैन परवेज़ रुस्तम ने सभी स्कूल के टॉपर विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी इन सभी होनहार विद्यार्थियों से हमारे संवाददाता ने बात की जिसमे सभी ने अपने माता पिता और गुरुओं को इस सफ़लता का श्रेय दिया,शहर की 97.6 फीसदी अंक पाने वाली मान्या त्रिपाठी ने बताया कि उसने दिन के 24 घण्टों में 16 से 17 घण्टे पढ़ाई की, और अपनी इस सफ़लता प्रथम श्रेय शीलिंग हाउस की प्रिंसिपल वनीता मेहरोत्रा, व सभी गुरुजनों को दिया, उसके बाद अपने माता पिता को दिया।आपको बताते चलें कि मान्या की माँ विभा त्रिपाठी हाउस वाइफ़ है, और पिता अमिताभ त्रिपाठी बहुप्रतिष्ठित सीमेंट कंपनी एम.पी. बिरला के DGM है,जिन्होंने अपने बच्चे के साथ साथ प्रदेश के सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी है साथ ही कम अंक पाने वाले बच्चो को संदेश भी दिया है कि जीवन की कोई भी परीक्षा हो उसमे मिले अंक आपकी क़ाबलियत को नही दर्शा सकते हैं अंक प्रतिशत केवल मूलांक है रिकॉर्ड बुक के लिए लेकिन असल ने हर वो विद्यार्थी टॉपर है जिसने परीक्षा में बैठने का साहस किया इस लिए कम अंक अर्जित करने वाले छात्र छात्राओं को निराश नही होना है,शायद ये आपको अवसर मिला है,अपना बेस्ट देने के लिए और आप सब जरूर कर के दिखाएंगे ।
ICSE 10वीं के परिणाम के बाद खिल उठे अभिवावकों के चेहरे,लड़कियाँ फिर से रही लड़को से आगे,90 फीसदी से ऊपर रहा रिज़ल्ट
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